फीस के बदले गाय और बछिया लेकर इंजीनियरिंग की पढाई कराता था कॉलेज, अब बैंक ने लटका दिया ताला
कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढाई करने के लिए अच्छी खासी मोटी फीस देनी पड़ती है लेकिन भारत में एक कॉलेज ऐसा भी था जिसमे डिग्री या इंजीनियरिंग की पढाई करने के लिए फीस नही बल्कि गाय और बछिया देकर पढाई की जाती थी लेकिन अब ये कॉलेज ये बंद हो गया है.
बक्सर के अरियाव गांव में जब 2010 में इंजीनियरिंग कॉलेज की शुरुआत की थी, कॉलेज ओपन होने के कुछ समय बाद ही ये सुर्खियों में आ गया था, सुर्खियों में आने की वजह स्कूल का फीस नही लेना, स्कूल फीस के बदले गाय और बछिया लेता था
गाय दो और पढाई करो
इस स्कूल में कोई भी किसान का लड़का इंजीनियरिंग की पढ़ाई को आसानी से पूरा कर सकता है. मजे की बात ये थी कि छात्रों के द्वारा दी गई गाय का दूध उनके ही काम आता था और हॉस्टल में रहने वाले छात्र ही इसे खराद कर उपयोग में लाते थे.
अब बंद हुआ स्कूल
कॉलेज के लिए बैंक से शुरुआत में 4 करोड़ रुपये का लोन भी लिया गया था। कॉलेज के फाउंडर एसके सिंह के मुताबिक, बैंक ने 2013 तक समय से पैसा दिया। इसके बाद स्कूल को 15 करोड़ रूपये की जरूरत पड़ी तो बैन ने पैसे देने से मना कर दिया. क्योंकी बैंक सिर्फ 5 करोड़ रूपये दे सकता था
बैंक ने लोन पास नहीं किया और कॉलेज का डेवलपमेंट रुक गया। इस तरह 2017 में कॉलेज को बंद करना पड़ा। अब भी हर महीने वे अपने सामानों के रखरखाव की जानकारी लेने के लिए एक से दो बार कॉलेज आते हैं।
बैंक ने लगाया बोर्ड :
गेट के समाने बड़े अक्षरों में लिखा है कि बैंक औफ इंडिया ने इस संपत्ति को बंधक बना दिया है, ये अब बैंक की संपत्ति है जिसकी बिक्री का अधिकार केवल बैंक का है. बोर्ड पर लिखा है की किसी भी लेन देन के लिए बैंक से सम्पर्क करें