29 नवम्बर को होनी थी बहन की शादी, चार दिन पहले माँ से बोला था- छुट्टी लेकर आ रहा हूं, जम्मू में शहीद हुआ बिहार का लाल
जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) के राजौरी जिले में शनिवार शाम हुए ब्लास्ट में बिहार (bihar) के बेगूसराय (Begusarai) के ‘लाल’ लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन सिंह और उनके एक साथी शहीद हो गए हैं. ऋषि रंजन सिंह आपने घर में इकलौते थे. उनकी बहन की शादी २९ नवम्बर हो होनी थी, घर में खुशियों का महौल था, जैसे ही उनकी शहादत की खबर गांव पहुंची, पूरा गांव ही गमगीन हो गया, घर में मातम छा गया है।
लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन सिंह की माँ का रो रोकर बुरा हाल हो रहा है.. खबर सुनते ही परिवार और रिश्तेदार उनके घर पहुंच कर उनको दिलासा दे रहे हैं लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन सिंह मुख्यालय के प्रोफेसर कॉलोनी के रहने वाले राजीव रंजन के बेटे थे। ऋषि कुमार एक साल पहले सेना में भर्ती हुए थे।
22 नवंबर को है थी बहन की शादी
वह 22 नवंबर को अपनी बहन की शादी में शामिल होने के लिए आने वाले थे। ऋषि अपने दो बहनों के इकलौते भाई थे रंजन सिंह परिजनों ने बताया कि हम सभी ऋषि की छोटी बहन की 29 नवंबर को होने वाली शादी की तैयारी कर रहे थे। चार दिन पहले ही ऋषि ने अपनी मां से बात किया था और कहा था कि छुट्टी लेकर जल्द ही घर आऊंगा।
6 महीने पहले भर्ती हुए थे सेना में
लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन सिंह 6 महीने पहले ही सेना में ज्वॉइन किया था। एक महीने पहले ही जम्मू कश्मीर में पोस्टिंग हुई थी। शहीद की दो बहनें हैं। उनकी बड़ी बहन और बहनोई भी सेना में हैं। मामा सुदर्शन सिंह ने कहा कि सेना मुख्यालय से घर में फोन कर ऋषि के शहीद होने की जानकारी दी गई है। दो बहनों के घर में ऋषि इकलौता था।
गिरिराज सिंह बोले :
लखीसराय के पिपरिया के मूल निवासी व बेगूसराय में बसे राजीव रंजन जी के लेफ़्टिनेंट पुत्र ऋषि रंजन J&K में शहीद हो गए है।
यह पूरे परिवार व क्षेत्र के लिए बहुत पीड़ा दायक है, उनकी बहादुरी को सलाम।
ईश्वर परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति दे।
ॐ शान्ति। pic.twitter.com/cSUZDotCmB— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) October 30, 2021
बिहार के बेटे की शहादत पर गिरिराज सिंह ने कहा की लखीसराय के पिपरिया के मूल निवासी व बेगूसराय में बसे राजीव रंजन जी के लेफ़्टिनेंट पुत्र ऋषि रंजन J&K में शहीद हो गए है। यह पूरे परिवार व क्षेत्र के लिए बहुत पीड़ा दायक है, उनकी बहादुरी को सलाम। ईश्वर परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति दे। ॐ शान्ति।