क्रिकेट की दुनिया में जब कोई खिलाडी डेब्यू करता है, तो उसका एक ही सपना होता है की वो अपने पुरे क्रिकेट करियर में अपने देश के लिए कम से कम एक वर्ल्डकप तो जरुर जीते, हालाँकि इस सपने को कई खिलाडियों ने साकार भी किया. लेकिन क्रिकेट के इतिहास में कई ऐसे खिलाडी भी हुए है जो बेशक बल्लेबाजी में महान थे, और क्रिकेट की नश नश को जानते थे. लेकिन वो अपने देश के लिए कभी वर्ल्डकप नहीं जीत पायें. आज हम आपको क्रिकेट के ऐसे ही 5 महान खिलाडियों के बारे में बताने वाले है.
1.ब्रायन लारा:-
क्रिकेट ब्रायन लारा वेस्टइंडीज के क्रिकेट इतिहास के सबसे महान खिलाडियों में एक है, और आप इस खिलाडी के खेल को भी अच्छी तरह पहचानते है. लेकिन इस खिलाडी की कप्तानी में वेस्टइंडीज कभी वर्ल्डकप नहीं जीत पाई. हालाँकि वेस्टइंडीज की क्रिकेट टीम शुरुआत में तीन बार लगातार फाइनल में पहुची और लगातार दो बार(1975, 1979) वर्ल्ड कप अपने नाम किया है.
2.शाहिद अफरीदी:-
शाहिद अफरीदी एक पाकिस्तानी क्रिकेटर है, और इनका नाम भी दुनिया के महान क्रिकेट खिलाडियों में गिना जाता है. लेकिन ये खिलाडी भी अपने देश के लिए वर्ल्ड कप हासिल करने में असफल रहा. हालाँकि इस खिलाडी के नाम कुल 37 गेंदों पर शतक बनाने नका रिकॉर्ड भी है.
3.वकार यूनिस:-
वकार यूनिस भी एक पाकिस्तानी क्रिकेटर हुए है, और इस खिलाड़ी को डेथ ओवर में हिट करना बेहद मुश्किल था. लेकिन ये खिलाडी भी अपने देश के लिए वर्ल्डकप लाने में नाकामयाब रहा. बता दे की 1992 के विश्वकप में इस खिलाडी को चोटिल होने की वजह से टीम से बहार कर दिया था, इस वजह से ये खिलाडी टीम में कोई योगदान नहीं दे पाया. इस मुकाबले में पकिस्तान ने इंग्लैंड की 22 रन से हराया था.
4.एबी डिविलियर्स:-
एक बार 2015 में एबी डिविलियर्स की कप्तानी वाली टीम वर्ल्डकप के सेमीफाइनल में तो पहुच गई थी, लेकिन यहाँ इस टीम को न्यूज़ीलैण्ड से हार का सामना करना पड़ा इस वजह से एबी डिविलियर्स का क्रिकेट करियर वर्ल्डकप से खाली ही रह गया. इसके अलावा एबी डिविलियर्स आईपीएल में RCB की तरफ से भी एक भी ख़िताब नहीं जीत पाए. हालाँकि इस खिलाडी के नाम कई ऐसे रिकॉर्ड है, जिसका कोई खिलाडी सपना भी नहीं देख सकता.
5. सौरव गांगुली:-
सौरव गांगुली एक ऐसे खिलाडी थे, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम में एक नई क्रांति ला दी थी. और ऑस्ट्रेलिया को लगातार विश्वकप विजेता बनने से रोका था. सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने 3 वर्ल्ड को खेला, लेकिन तीनो बार सौरव गांगुली को निराशा ही हाथ लगी. कहा जाता है की भारत ने 1999 से 2007 के बीच गांगुली की कप्तानी में 3 वर्ल्ड खेले लेकिन भारतीय टीम एक बार ही फाइनल में खेल पाई, और वह भी हार गई.