500 रुपये लेकर आए थे मुंबई, पेट्रोल पंप पर करते थे 300 रुपये की नौकरी, ऐसे बने 62,000 करोड़ की संपत्ति के मालिक
आज के समय में अम्बानी परिवार को कौन नही जानता, भारत का बच्चा बच्चा अम्बानी परिवार को जनता है आज अंबानी परिवार की गिनती दुनिया के सबसे अमीर घरानों में होती है आज के समय में ये रिवर भारत पर राज करता है मुकेश अंबानी जियो के मालिक पुरे भारत में सबसे सस्ता और सबसे अच्छा इन्टरनेट देते हैं.
आज के समय में भले ही अंबानी परिवार भारत का सबसे अमीर परिवार हो लेकिन एक समय था जब रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक धीरूभाई अंबानी एक पेट्रोल पंप पर महज 300 रुपये महीने की नौकरी करते थे और बाद में उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से ऐसा मुकाम हासिल किया कि 62 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक बन गए।
कहा जाता है शुरू में धीरूभाई अंबानी ने फल बेचने का काम किया था लेकिन मुनाफा ना होने की वजह से उन्होंने ये काम बंद कर दिया और बाद में उन्होंने पकौड़े बेचने का काम भी किया था इसके बाद ये यमन चले गए थे और वहाँ पर इन्होने पेट्रोल पम्प पर 300 रूपये की नौकरी की.
कुछ साल काम करने के बाद भारत वापस आ गये और भारत आने के बाद धीरूभाई अंबानी ने अपने चचेरे भाई चंपकलाल दमानी के साथ मिलकर पॉलिएस्टर धागे का बिजनेस शुरू किया साल 1966 में गुजरात के अहमदाबाद में एक कपड़ा मिल की शुरुआत की, जिसका नाम ‘रिलायंस टैक्सटाइल्स’ रखा।
एक रिपोर्ट के मुताबिक धीरूभाई अंबानी जब दुनिया को अलविदा कह कर गए, तब उनकी संपत्ति 62 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक थी। धीरूभाई अंबानी की पत्नी का नाम कोकिलाबेन है। उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं, जिनके नाम मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी, नीना कोठारी और दीप्ति सल्गाओकर हैं।