कोई जाग रहा था, कोई सो रहा था, कोई उठने की तैयारी कर रहा था तभी भरभरा कर गिरी छत, Video उड़ा देगी होश
बारिश का मौसम चल रहा है चारो तरफ खूब बारिश हो रही है और इस बारिश में जर्जर मकानों का गिरने का अंदेशा लगा रहता है, क्योंकी भारी बारिश की वजह से घरो या बिल्डिंग में पानी बहार जाता है और वो गिर जाती है.
भिंड जिले में कई दिन से भारी बारिश का कहर जारी है जिसके चलते भिंड जिला जेल की छत पर पानी भर जाने से वो टपकने लगी थी. जर्जर हो चुकी जेल की दो बैरक और बरांडा शनिवार सुबह भरभरा कर गिर गए. हादसे में बैरक नम्बर 7 में मौजूद 66 में से 21 क़ैदी गम्भीर रूप से घायल हो गए.
इसमें बैरक 4, 5, 6, 7 में रखे गए 21 क़ैदी गम्भीर रूप से घायल हो गए. इस हादसे के बाद जेल में बचे हुए 234 क़ैदियों को ग्वालियर सेंट्रल जेल में शिफ़्ट किया गया है.
कैदी विराज सिंह ने बताया की सुबह का वक्त था कुछ लोग उठ चुके थे तो कुछ उठने की तैयारी कर रहे थे लोगों के जागने से पहले ही यह हादसा हो चुका था. अफ़रातफ़री के बाद जब लॉकअप खोला गया तो बाक़ी क़ैदियों ने भी जेल कर्मचारियों की मदद से मलबे में दबे क़ैदियों को बाहर निकाला