वर्तमान में भी भारतीय टीम में ऐसे कई खिलाडी मौजूद है जो बेहद गरीब परिवार से आते है। जिन्हें बचपन में खाने के लिए खाना और पहनने के लिए कपडे तक नहीं मिलते थे। लेकिन संसाधनों की कमी के बावजूद भी इन्होने मेहनत की और टीम इण्डिया के स्टार खिलाडी बने। जिसकी बदौलात आज इन सब खिलाड़ियों पर ना केवल ढेर सारा पैसा है बल्कि आलिशान घर, लक्ज़री गाडी और समाज में इज्जत तक सब कुछ है।
इन्ही खिलाड़ियों में से एक टीम इण्डिया के अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह भी है। जसप्रीत बुमराह का जीवन भी काफी संघर्षो और मुसीबतों से गुजरा है। बचपन में ही इनके पिता जी का निधन हो गया था जिसकी वजह से इनका जीवन और भी मुश्किल हालातो में चला गया था। लेकिन वो कहते है की जो मेहनत करता है और सच्चे मन से अपनी मंजिल की और बढ़ता है सफलता उसके कदम जरुर चूमती है।
आज वही हुआ जसप्रीत बुमराह के साथ। बुमराह के पास आज घर, गाड़ी, दौलत-शौहरत सब कुछ है। बता दे की बुमराह की माँ का नाम दलजीत बुमराह है। दलजीत बुमराह बताती है की जब मैं, बेटे के संघर्ष के दिनों को याद करती हु तो आँखों में आंसू आ जाते है मैं रो पड़ती हु । बुमराह की माँ बताती है की जब वो 5 साल का था तभी उसके पिता जी गुजर गये थे। इसके बाद हमारे पास इतने पैसे नहीं होते थे ताकि हम कुछ खरीद सके।
तब उसके पास केवल 1 जोड़ी जूते और 1 जोड़ी टी शर्ट-लोवर थे। जिन्हें वो रोज धोता और रोज उन्हें ही पहनता था। उसी दौर में एक बार किसी ने बुमराह को क्रिकेट खेलते हुए देखा और उसे बुमराह का क्रिकेट अच्छा लगा। जिसके बाद बुमराह को टीम के लिए चुन लिया गया था। बुमराह की माँ बताती है की जब मैंने उसे पहली बार टीवी पर IPL खेलते हुए देखा था तब मैं खुद को रोक नहीं पाई थी और मैं रो पड़ी थी।
बता दे की बुमराह ने अभी तक अपने करियर में 29 टेस्ट मैच खेले है जिनमे इन्होने 123 विकेट हासिल किये है, जबकि 70 वनडे मैच में 113 और 57 टी 20 मैचों में 67 विकेट हासिल किये है। वही, अब जसप्रीत बुमराह को भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया है। और ये भारतीय टीम के 36 वें कप्तान बने है। और कपिल देव के बाद दुसरे तेज गेंदबाज कप्तान बने है।