आज महिलाये किसी से कम नहीं है, अब महिलाये वो सब काम करने लगी है जिन्हें अब तक पुरुष करते आ रहे थे। लेकिन अब महिलाए भी पुरुषो के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में अपनी कामयाबी की झंडे गाड़ रही है। और नारी जाती को ना केवल गर्व महसूस करा रही है बल्कि उन्हें आगे बढ़कर अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन रही है। इसी के चलते आज हम आपको एक ऐसी ही महिला के बारे में बताने वाले है, जोकि महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
जी हां, आपको जानकर हैरानी होगी की हम जिस महिला की बात कर रहे है वो एक कारपेंटर है यानी लड़की के सामान बनाने का काम करती है। इसलिए लोग इन्हें कारपेंटर दीदी के नाम से भी जानते है। आज कारपेंटर दीदी इनकी मशहूर है की लोग इनके बनाये हुए सामान को खरीदने के लिए लाइन में लगे रहते है। क्योकि कारपेंटर दीदी के बनाये हुए लड़की के फर्नीचर ना केवल मजबूत और टिकायु होते है, बल्कि उनमे खुद उनके हाथ से बनी सुंदर नक्काशी भी होती है। जिसे लोग बहुत पंसद करते है।
बचपन में पिता जी से सीखा पूरा काम:-
इन कारपेंटर दीदी का नाम प्रीति है, और ये महाराष्ट्र के नागपुर की रहने वाली है। नागपुर में ही इनकी फर्नीचर की दूकान है। जोकि जय श्री गणेश फर्नीचर मार्ट के नाम से फेमस है। जब प्रीति छोटी थी तब उन्होंने ये काम अपने पिता जी से ही सीखा था। बचपन में प्रीति अपने पिता जी की दूकान पर रहकर उनकी सहायता करती थी और जैसे जैसे बड़ी हुई वैसे ही प्रीति के मन में भी इस काम को सीखकर अपना काम करने का विचार आया था।
आज कई लोगो को दे रही काम:-
ऐसे में जब इन्होने काम सीखकर अपना काम किया तो लोगो को इनका काम बहुत पसंद आया और आज प्रीति महिला कारपेंटर के नाम से फेमस हो गई है। इन्होने अपने अपनी मेहनत,ईमानदारी और लगन से इस काम में एक अलग ही मुकाम हासिल किया है। इतना ही नहीं आज प्रीति अपनी शॉप पर काई वर्कर्स को काम भी देती है। वही, प्रीति की इच्छा है की वो इस काम को और आगे लेकर जाये और अपना बड़ा शो रूम खोले ताकि आमदनी भी बढ़ सके।
शो रूम के लिए इन्होने जमीन भी खरीद ली है। प्रीति का कहना है की, मैं इस तरह आगे बढ़ना चाहती हु की बाकि महिलाए भी मुझे देखकर प्रेरित हो। बता दे की प्रीति द इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरप्रेन्योर एंड स्मोल बिजनेस डवलपमेंट में 15 दिन की वर्कशॉप में भी हिस्सा ले चुकी है।
वही, इनकी इस सफलता में पिता और पति का भी बड़ा योगदान रहा है। इन्होने प्रीति को आगे बढाने के लिए पूरा साथ दिया। इसके लिए शुरुआत में उनके पति ने उन्हें एक दूकान किराए पर भी दिलवाई। ताकि वो अपने काम की शुरुआत कर सके।