24 फरवरी 2010, क्रिकेट जगत की ये वो ऐतिहासिक तारीख है, जिस दिन वनडे मैच में पहली बार किसी खिलाडी ने डबल सेंचुरी लगाई थी। और इस डबल सेंचुरी को लगाने वाले खिलाडी कोई और नहीं बल्कि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर थे। सचिन तेंदुलकर ने ये ऐतिहासिक रिकॉर्ड साऊथ अफ्रीका के खिलाफ ग्वालियर के कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में बनाया था। तब टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे।
विश्व में पहली बार लगी थी डबल सेंचुरी:-
दरअसल, क्रिकेट के इतिहास मे वनडे मैच पहली बार 5 जनवरी 1971 को खेला गया था। लेकिन जब इसके 39 साल 1 महीने और 19 दिन बाद भारत और साऊथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का दूसरा मुकबला खेला गया, जिसकी कप्तानी महेंद्र सिंह धोनी ने की, तब सचिन तेंदुलकर ने ये ऐतिहासिक पारी खेली थी, और विश्व में पहली बार वनडे में डबल सेंचुरी लगाईं थी।
इस मैच में टीम इण्डिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोंनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसला लिया था। और धोंनी ने सबसे पहले वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर को क्रीज पर उतारा। लेकिन दुर्भाग्य से टीम इण्डिया का पहला विकेट केवल 25 रन की साझेदारी पर ही गिर गया, जिसमे वीरेंद्र सहवाग 9 रन ही बना पाए। और इस दौरान सहवाग वेन पारनेल की गेंद पर देल स्टोन के हाथो कैच हो गये।
50 वें ओवर की तीसरी गेंद पर 1 रन लेकर कर दिया कमाल:-
इसके बाद सचिन तेंदुलकर लगातार दिनेश कार्तिक, युसूफ पठान के साथ अपनी साझेदारी देते रहे, और 42 वें ओवर की पहली गेंद पर युसूफ पठान आउट हो गये, तब टीम इण्डिया का स्कोर 300 रन था, इसके बाद खुद धोनी सचिन के साथ खेलने क्रीज पर पहुचे। जहा उन्होंने 55 गेंदों पर 101 रन की नाबाद साझेदारी की। और सचिन तेंदुलकर ने 50 वें ओवर की तीसरी गेंद पर 1 रन लेकर अपनी डबल सेंचुरी बना ली। और इतिहास के पन्नो में इस रिकॉर्ड को अपने नाम दर्ज करवा लिया।
इस पारी में शुरू से अंत तक खेलते हुए सचिन तेंदुलकर ने 147 गेंदे खेलकर 200 रन बनाये, जिसमे सचिन ने 25 चौक्के और 3 आतिशी छक्के लगाये। इसी के साथ सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के सईद अनवर का 13 साल पुराना 194 रन का रिकॉर्ड भी तो दिया था।
लेकिन जो खिलाडी इस मैच में केवल 9 रन बनाकर कैच आउट हो गया था, उसी ने 9 महीने 14 दिन बाद सचिन के इस 200 रन के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। जी हां, वीरेंद्र सहवाग ने 8 दिसम्बर 2011 को इंदौर के होल्कर स्टेडियम में 209 रन की धमाकेदार पारी खेलकर सचिन के इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया। और इसी के साथ वीरेंद्र सहवाग दुनिया के पहले कप्तान बने थे जिन्होंने डबल सेंचुरी लगाईं थी।