भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह ने हाल ही में क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। अब उन्होंने दुनिया की सबसे बेहतरीन प्लेइंग इलेवन बनाई है, जिसमे उन्होंने विश्व के बड़े-बड़े दिग्गजों को शामिल किया है। भज्जी ने अपनी प्लेइंग इलेवन में जिन खिलाड़ियों को मौका दिया है उनमे से अधिकतर उस समय के खिलाड़ी मौजूद है जो भज्जी के जमाने में खेला करते थे।
हरभजन सिंह ने अपनी ऑल टाइम ग्रेट प्लेइंग इलेवन में दो भारतीय क्रिकेटरों को मौका दिया है। इसके अलावे सभी खिलाड़ी विदेशी है, क्योंकि उन्होंने पूरी दुनिया के खिलाड़ियों को मिलाकर प्लेइंग इलेवन तैयार की है। भज्जी अपनी टीम में भारत के अलावे, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका तथा श्रीलंका जैसे देशों के खिलाड़ियों को शामिल किया है।
भज्जी ने अपनी प्लेइंग इलेवन में जिन दो भारतीय खिलाड़ी को मौका दिया है उसका नाम सचिन तेंदुलकर और वीरेन्द्र सहवाग है, जिन्होंने अपने क्रिकेट करियर में बड़े-बड़े कारनामे किए हैं। भज्जी ने सहवाग को बतौर ओपनर अपनी टीम में शामिल किया है और इसके अलावे उन्होंने इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज एलिस्टेयर कुक को भी ओपनर के तौर पर रखा है।
उसके बाद वेस्टइंडीज के पूर्व महान बल्लेबाज ब्रायन लारा को तीसरे स्थान पर रखा है। वहीं मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को चौथे स्थान पर बल्लेबाजी के लिए शामिल किया है, इसके अलावा पांचवें नंबर के लिए भज्जी ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर स्टीव वॉ को चुना है और उसे कप्तान भी नियुक्त किया है।
छठे नंबर के लिए जैक कैलिस और नंबर 7 तथा विकेटकीपर की भूमिका के लिए कुमार संगकारा को चयन किया गया है। हरभजन सिंह ने स्पिन गेंदबाजी विभाग में शेन वार्न और मुथैया मुरलीधरन को चुना है। इसके आलावा तेज गेंदबाजी में वसीम अकरम, ग्लेन मैक्ग्रा तथा जेम्स एंडरसन जैसे खिलाड़ियों को शामिल किया है।
हरभजन सिंह द्वार चुनी की प्लेइंग इलेवन
वीरेन्द्र सहवाग, एलिस्टेयर कुक, ब्रायन लारा, सचिन तेंदुलकर, स्टीव वॉ (कप्तान), जैक कैलिस, कुमार संगकारा (विकेटकीपर), शेन वार्न, वसीम अकरम, ग्लेन मैक्ग्रा, जेम्स एंडरसन तथा मुथैया मुरलीधरन।
हरभजन सिंह द्वारा चुनी गई, इस प्लेइंग इलेवन में दुनिया के कई बेहतरीन खिलाड़ी मौजूद है। लेकिन भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी का नाम नहीं है। इस वजह से बहुत सारे फैंस भज्जी की इस प्लेइंग इलेवन से दुखी भी होंगे, क्योंकि धोनी एक अच्छे विकेटकीपर के साथ-साथ सफल कप्तान भी है।