जानिए तालिबान के पास कहा से आता है संगठन चलाने के लिए अँधा पैसा, अरबों खरबों का है मालिक
कई महीनों की लड़ाई के बाद आखिरकार तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है. आज सुबह तालिबान के लड़ाके अफगानिस्तान के अंदरूनी इलाकों पर कब्जा कर लिए हैं. अफगानिस्तान के नागरिकों में डर का महौल बना हुआ है लोकल न्यू के मुताबिक अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भी देश छोडकर जा चुके है.
UAS जो अपने आप को सबसे महान और शक्तिशाली देश बताता है उसने भी अफगानिस्तान की मदद नही की. अफगानिस्तान से USA ने अपने सेना और नागरिक भी वापस बुला लिए है. United Nationभी इस मामले में अफगानिस्तान का साथ देता नजर नही आ रहा है. अफगानिस्तान की जानता प्लेन से देश छोडकर दुसरे देश भाग रही है.
रिपोर्ट के मुताबिक 1990 में तालिबान का जन्म उत्तरी पाकिस्तान में हुआ था.आज तक ये किसी के समझ नही आया है की तालिबान के पास लड़ाई और ब न्दुक, बा रू द आदि के लिए पैसा कहा से आता है. क्योंकी यहाँ पर कोई रोजगार नही है और ना ही पढ़े लिखे लोग हैं.
ऐसा भी माना जाता है कि तालिबान को बढ़ावा देने में सउदी अरब का हाथ है. सउदी से मिल रही आर्थिक मदद की वजह से तालिबान ने लोगों के मन में अपना डर बिठा दिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि तालिबान माइनिंग से 464 मिलियन डॉलर कमाता है तो मादक पदार्थों की तस्करी से उसे 416 मिलियन डॉलर की आमदनी होती है
जिन इलाकों पर तालिबान का कब्जा है, वहां से तालिबान बतौर टैक्स करीब 160 मिलियन वसूलता है, इसके साथ साथ तालिबान अलग अलग तरह से लोगो से 240 M वसूलता है.