साउथ अफ्रीका और भारत के बीच पहला टेस्ट मैच सेंचुरियन में खेला गया था, जिसमे भारतीय टीम को 113 रनों से शानदार जीत मिली है। उस जीत के साथ भारत फ़िलहाल इस टेस्ट सीरीज में 1-0 से आगे चल रही है अगर टीम इंडिया को यह सीरीज जीतना है तो अगले दो मैचों में से कम से कम एक मुकाबला जीतना बहुत आवश्यक है। इन दोनों टीमों के बीच दूसरा टेस्ट मैच 3 जनवरी से जोहानिसबर्ग में खेला जाएगा।
भारतीय क्रिकेट टीम जोहानिसबर्ग में दूसरा टेस्ट मैच जीतकर इस सीरीज पर अपना कब्ज़ा जमा सकती है, उसके साथ ही टीम इंडिया इतिहास भी रच देगी। क्योंकि भारत के पास पहली बार साउथ अफ्रीका की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने का मौका है, जिसे कप्तान विराट कोहली अपने हाथों से नहीं जाने देना चाहेंगे। लेकिन इस के लिए अगले मैच में भारतीय खिलाड़ियों को एक बार फिर गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाना होगा।
जोहानिसबर्ग में भारतीय टीम का पलड़ा भारी
इस टेस्ट सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच जोहानिसबर्ग के वांडर्रस स्टेडियम में खेला जाएगा। जहां पर भारतीय टीम का पलड़ा भारी लग रहा है, क्योंकि इस मैदान पर टीम इंडिया कभी भी टेस्ट मैच नहीं हारी है। जोहानिसबर्ग में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 5 टेस्ट मैच खेले गए हैं जिसमे से टीम इंडिया को 2 मुकाबलों में जीत हासिल हुआ है और तीन मैचों का कोई परिणाम नहीं निकल पाया है।
वहीं दक्षिण अफ्रीका की टीम जोहानिसबर्ग के वांडर्रस स्टेडियम में टोटल 42 टेस्ट मैच खेली है जिसमे से उन्हें 18 मुकाबलों में जीत नसीब हुआ है। इसके अलावा साउथ अफ्रीका को 13 मैचों में हार का भी सामना करना पड़ा है, वहीं 11 मुकाबलों का कोई परिणाम नहीं निकल पाया है। अगर अनुभव की बात करें तो इस मैदान पर मेजबान टीम का पलड़ा भारी है।
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए जोहानिसबर्ग का वांडरर्स स्टेडियम बेहद ख़ास माना जाता है, क्योंकि साउथ अफ्रीका की धरती पर टीम इंडिया पहली बार साल 2006 में इसी मैदान पर जीत दर्ज किया था। उस सीरीज के दौरान भारत की तरफ से कप्तान राहुल द्रविड़ थे। इस बार इंडियन टीम के कप्तान विराट कोहली और कोच राहुल द्रविड़ है, इस वजह से एक बार फिर भारतीय खिलाड़ी जोहानिसबर्ग में अपना जलवा दिखाना चाहेंगे।