जांबाज पिता LS लिड्डर को बेटी ने आखिरी बार किया प्यार, बेटियों ने चूमा ताबूत, हर किसी की आंखें हो गईं नम
तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नूर (Coonoor) में हुए हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) सहित 13 लोगों की मौत हो गई थी। जनरल रावत को नीलगिरी पहाड़ों में स्थिति डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन पहुंचना था। लेकिन सिर्फ 10 मिनट दूर उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। वायु सेना ने हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बैठाई है
जब देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत का शव तिरंगे में लिपटे हुए राजधानी दिल्ली पहुंचा तो माहौल गमगीन था.इसमें अपनी जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर (लखविंदर सिंह लिद्दड़- brigadier lakhwinder singh lidder) का 10 दिसंबर को अंतिम संस्कार किया गया। अपने बहादुर पिता को अंतिम विदाई देते समय जब उनकी बेटी आशन ने पार्थिव देह को चूमा, तो वहां मौजूद लोगों की आंखें बरस पड़ीं
ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दड़ 3 दिन पहले ही पत्नी गीतिका और बेटी आसना के साथ गुरुग्राम आए थे। जांबाजी, वीरता, अदम्य साहस, के प्रतीक ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दड़ अगले महीने ही मेजर जनरल पद पर नियुक्त होने वाले थे। ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह वैसे तो मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले थे। लेकिन उनके दोस्त और अधिकतर रिश्तेदार हरियाणा के हिसार में रहते हैं। तीन दिन पहले ही वह अपनी पत्नी गीतिका व बेटी आसना के साथ गुरुग्राम आए थे
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार, एयर चीफ मार्शल ए वी आर चौधरी, रक्षा सचिव अजय कुमार ने भी दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की.