क्रिकेट के इतिहास में महेंद्र सिंह धोनी का नाम दुनिया के सबसे सफलतम कप्तानो की सूचि में शुमार है, इन्होने अपनी कप्तानी में अपने शांत स्वभाव और शातिर दिमाग से काम लेते हुए भारत को कई हारे हुए भी मैच जिताए है. इसके अलवा चाहे बल्लेबाजी हो या फिर विकेटकिपरिंग इन्होने दोनों ही क्षेत्रो में अहम भूमिका निभाई. लेकिन दूसरी तरफ जब तक ये टीम में रहे तब तक विकेटकीपर के तौर पर कोई भी खिलाडी टीम में शामिल नहीं हो पाया. आज हम आपको ऐसे ही कुछ खिलाडियों के बारे में बताने जा रह है, जिन्हें इनके रहते टीम में जगह नहीं मिल पाई, और क्रिकेट करियर बर्बाद ही गया…
1.दिनेश कार्तिक:-
क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने साल 2004 में टीम इण्डिया में डेब्यू किया था, जिसके बाद इन्हें भारत के लिए 26टेस्ट, 32 टी20 और 94 वनडे मैच खेलने का मौका मिला, लेकिन ये खिलाडी धोनी की वजह से कभी भी टीम में अपनी जगह पक्की नहीं बनाया पाया, इसी वजह से दिनेश कार्तिक का टीम इण्डिया में IN और OUT चलता रहा. लेकिन अब धोनी की जगह ऋषभ पन्त ने ले ली है, और दिनेश कार्तिक अब भी टीम से बहार चल रहे है.
2. नमन ओझा:-
नमन ओझा एक ऐसा खिलाडी था, जिसने रणजी ट्राफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन धोनी की वजह से इस खिलाडी का क्रिकेट करियर भी बर्बाद हुआ. नमन ओझा ने साल 2010 ज़िम्बाब्वे के खिलाफ वनडे और T20 मैच में डेब्यू किया था. इसके बाद नमन ओझा को भारत के लिए 2 T20, 1 टेस्ट, 1 वनडे मैच खेलने का मौका मिला. वही अब इस खिलाड़ी ने पिछले साल 2021 में क्रिकेट से संस्यास ले लिया है.
3.पार्थिव पटेल:-
इस खिलाडी ने साल 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में डेब्यू किया था. हालाँकि इस खिलाडी ने धोनी से पहले टीम इण्डिया में कदम रखा था, लेकिन ख़राब प्रदर्शन की वजह से टीम से बहार ही रहा, वही जब धोनी टीम में आये तो ये खिलाडी कभी भी टीम में स्थाई जगह नहीं बना पाया. बता दे की इस खिलाडी ने अपने क्रिकेट करियर में 25 टेस्ट मैच में 934 रन, 38 वनडे में 736 रन बनाये. इसके अलावा टेस्ट मैच में 62 कैच पकड़ी तो 10 स्टंप भी उडाये. इसके बाद साल 2020 में इस खिलाडी ने क्रिकेट के सभी फोर्मेट को अलविदा कह दिया.