बेटी की शादी से 6 दिन पहले हेड कॉन्स्टेबल पिता की हुए शहीद, साथी पहुंचे तो रो पड़ीं दुल्हन बहनें, साथी पुलिसकर्मियों ने 2.12 लाख देकर किया कन्यादान, लोग कर रहे हैं सलाम
आज तक आपने खाकी यानी पुलिस के बारे में जो भी सुना होगा गलत ही सुना होगा. इनके बारे में गलत गलत बाते होती रहती हैं लेकिन क्या हमने कभी सोचा है की ये हमारे लुए ही अपना घर छोड़कर नौकरी कर रहे हैं. खाकी के गलत रवैये के बीच राजस्थान के मेवाड़ इलाके की खाकी का सराहनीय काम सामने आया है. जो इसके बारे में पढ़ रहा है वो खुशी से गद्द गद्द हो रहा है
सरगरा कांकरोली थाने में मांगीलाल हेड कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात थे. उनकी बेटी ममता और कविता की 28 नवंबर को शादी तय थी. पूरा परिवार शादियों की तैयारी में जुटा था. लेकिन कैंसर पीड़ित मांगीलाल की बेटियों की शादी से 6 दिन पहले मौत हो गई. परिवार की खुशियां पल भर में ही बिखर गईं. 28 नवंबर को देसूरी में सादगी भरे समारोह में बेटियों ममता और कविता ने फेरे लिए. इस दौरान कांकरोली पुलिस थाने का स्टाफ ने हेड कॉन्स्टेबल के परिवार की खुशियों को लौटाने की योजना बनाई. कांकरोली थाने के सहायक पुलिस इंस्पेक्टर जसवंत सिंह, कांस्टेबल दिनेश कुमार, अरविंद कुमार, जीत राम और लीला देवी शादी में पहुंचे. उन्होंने आपस में जमा की हुए 2 लाख 121 रुपये का कन्यादान में देकर आशीर्वाद दिया.
कांकरोली थाना प्रभारी योगेंद्र व्यास ने बताया कि मुंह के कैंसर के चलते फरवरी से मांगीलाल सरगरा छुट्टी पर चल रहे थे. उनकी बेटी की शादी में कन्यादान कर थाने के स्टाफ ने अपना कर्तव्य निभाया है. उन्होंने बताया कि कांकरोली थाने में करीब 45 लोगों का स्टाफ है. सभी सहमत हुए कि मांगीलाल की बेटियों की शादी में उन्हें कन्यादान करना चाहिए. किसी पर कोई दबाव नहीं था. थाने के सभी पुलिसकर्मियों ने अपनी श्रद्धा अनुसार सहयोग राशि दी और 2 लाख 121 रुपये एकत्र किये.
. यहां पुलिसकर्मियों ने अपने दिवंगत साथी की दोनों बेटियों को वहीं, शादी समारोह में दिवंगत साथी के लिए पुलिसकर्मियों का योगदान देखकर सभी के आंख में आंसू दिखाई दिए. सभी ने पुलिस कर्मियों की सराहना भी की. समारोह में शामिल लोगों में से एक ने कहा कि पुलिस कर्मियों का यह दान यादगार रखने योग्य है.