आईपीएल के 15 वें सीजन की शुरुआत होने से पहले जब गुजरात टाइटन्स ने खिलाडियों को रिटेन करके और फिर नीलामी में खिलाडियों की खरीददारी करके टीम बनाई थी तब इस टीम को बहुत ही कमजोर टीम माना जा रहा था। कहा जा रहा था की ये टीम प्ले ऑफ के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर पायेगी। लेकिन इस टीम ने टूर्नामेंट की शुरुआत से ही प्लानिंग के तहत जो कमाल का प्रदर्शन किया वो काबिल ऐ तारीफ रहा है।
इस टीम ने ना केवल प्ले ऑफ में अपनी जगह बनाई, बल्कि क्वालीफ़ायर-1 में राजस्थान रॉयल्स को मात देकर सबसे पहले फाइनल में पहुंची। फिर फाइनल में राजस्थान रॉयल्स को 7 विकेट से करारी मात देकर अपने डेब्यू सीजन में ही ट्रॉफी पर कब्ज़ा कर एक अनोखा इतिहास रच दिया। इसके बाद टीम के खेल और कप्तान हार्दिक की रणनीति की सभी ने जमकर तारीफ की। और GT की इस सफलता का श्रेय हार्दिक को दिया।
लेकिन आपको जानकर हैरान होगी की इस टीम की इस ऐतिहासिक जीत में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का भी बड़ा योगदान रहा है। और एक तरीके से GT की सफलता की चाबी साबित हुए। जी हां, ये बात हम अपनी तरफ से नहीं कर रहे है। ये आकड़े बताते है की शमी इस सीजन में GT के लिए कितने भाग्यशाली रहे है।
मोहम्मद शमी ने GT के लिए इस सीजन के 16 मैच खेले है, जिनमे इन्होने 8 की इकॉनमी से 20 विकेट हासिल किये। जहा इनका बेस्ट स्पेल 25 रन पर 3 विकेट रहा। लेकिन इन मैचों में एक खास बात ये देखने को मिली शमी ने जिन 12 मैच में विकेट लिए है उनमे से 11 मैच में GT को जीत मिली है। वही, जिन 3 मैचों में शमी को एक भी विकेट नहीं मिला उन उनमे से GT एक भी मैच नहीं जीत पाई थी।
यानि आप ये कह सकते है की 90% मैचों में GT को एक या एक से अधिक विकेट मिलने के बाद ही GT को जीत नसीब हुई है। और इसी से समझा जा सकता है की GT की इन जीत में शमी का कितना योगदान रहा है। बात शमी के फाइनल मैच की करे तो इस मैच में भी इन्होने 33 रन खर्च करके 1 सफलता हासिल की थी।