200 विकेट लेते ही मोहम्मद शमी को आई पिता की याद, मरहूम पिता को नहीं भूले शमी, कहा 30 किमी साइकल चलाकर एकेडमी पहुचाते थे पापा
भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन टेस्ट का तीसरा दिन भारतीय खिलाड़ियों के नाम रहा, इस मैच में भारत के दो खिलाड़ियों ने रिकॉर्ड बनाये हैं. एक रिकॉर्ड पन्त ने बनाया है और इसी के साथ वो आपने गुरु धोनी को पीछे छोड़ नंबर एक विकेटकीपर बन गए हैं.
वहीं दूसरा रिकॉर्ड मोहम्मद शमी ने बनाया है उनका ये रिकॉर्ड काफी बड़ा है और इसको तोड़ने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी.शमी ने आपने टेस्ट करियर के 200 विकेट लेकर ये अनोखा रिकॉर्ड आपने नाम कर लिया है मैच खत्म होने के बाद शमी ने ये मैच भी आपने पिता को समर्पित किया है.
शमी ने 200 टेस्ट विकेट को लेकर कहा, कोई भी कभी सपने में भी नहीं सोच था की मैं इतना बड़ा रिकॉर्ड बना पाउँगा उन्होंने इस रिकॉर्ड का श्रेय आपने पिता को दिया है और इमोशन में बताया की कैसे उनके पापा ने मेहनत करके उनकी तैयारी कराई थी. शमी कहते है की मैं ऐसे गाँव से आता हूं, जहां बहुत सुविधाएं नहीं हैं और आज भी वहां खेल से जुड़ी बहुत सुविधाएं नहीं हैं
यूपी के अमरोहा के रहने वाले शमी जिस क्षेत्र से आते हैं, वहां से टीम इंडिया तक का सफर तय करना इतना आसान नहीं था। 2017 में दुनिया छोड़ चुके शमी की माने तो अब्बू रोजाना 30 किमी साइकिल पर कोचिंग कैंप तक ले जाते थे।मुझे उनका वो संघर्ष आज भी याद है. उन दिनों और उन परिस्थितियों में, उन्होंने मुझमें निवेश किया और मैं हमेशा उनका आभारी रहूंगा