आप किसी भी क्षेत्र में देख लो, किसी भी इन्सान के लिए कामयाबी पाना इतना मुश्किल नहीं है, जितना उस कामयाबी की पिक पर टिके रहना है, और ऐसा देखा जाता है क्रिकेट में भी. यहाँ भी हर साल टीम में नए खिलाडी आते है और किसी दुसरे की जगह को अपनी बना लेते है. अब ऐसा हुआ सचिन के तात्कालिक क्रिकेट खिलाडी प्रज्ञान ओझ के साथ. जी हां.. इस खिलाडी ने केवल एक टेस्ट मैच में 10 विकेट लेकर जबरदस्त प्रदर्शन किया लेकिन इसके बावजूद भी ये खिलाडी टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाया, और सेलेक्टर्स ने इसे टीम से बाहर कर दिया . वही कोई दूसरा खिलाडी आया और इनकी जगह पर अपना कब्ज़ा कर लिया.
1 मैच में 10 विकेट लेने का किया था कारनामा:-
दरअसल, जब 14 नवम्बर 2013 को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच खेला जा रहा था, तब उसमे प्रज्ञान ओझ ने पहली पारी में 40 रन देकर 5 विकेट और इसके बाद दूसरी पारी में 49 रन देकर 5 विकेट यानी कुल 89 रन में इस खिलाडी ने 10 विकेट चटकाये थे. ये मैच सचिन तेंदुलकर का तो विदाई मैच था ही साथ में प्रज्ञान ओझ का भी ये मैच उनके क्रिकेट करियर का आखिर मैच बन गया था.
वापसी में हो चुकी थी देर:-
क्योकि प्रज्ञान ओझ के इस एक्शन पर सवाल उठने लगे, जिसके बाद मजबूरन इस खिलाडी को टीम से बाहर करना पड़ा और जिसके बाद इस खिलाडी ने अपने एक्शन में काफी सुधार किया, वही ICC से क्लीन चिट भी मिल गई थी, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी, क्योकि अब तक टीम इण्डिया में प्रज्ञान ओझ की जगह पर रविन्द्र जडेजा अपना कब्ज़ा कर चुके थे. इसके बाद फिर प्रज्ञान ओझ को टीम से बहरा रहना पड़ा.
इसके बाद प्रज्ञान ओझ को टीम में कभी वापसी का मौका ही नहीं मिला, जिसके बाद इस खिलाडी को मजबूरन सचिन के साथ ही क्रिकेट से बाय बाय कहना पड़ा. वैसे प्रज्ञान ओझ को इस मैच के लिए मैन ऑफ़ दा मैच भी चुना गया था. इसके अलावा इस खिलाडी ने कई वनडे, T20, और टेस्ट सीरीज खेली जिनमे काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया. लेकिन अब प्रज्ञान ओझ का क्रिकेट करियर ख़त्म हो चूका था.