भारत में ऐसे बहुत सारे खिलाड़ी हैं जिन्हें टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका मिला है। उसमे से जिन खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन किया है वो लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल पाए हैं, लेकिन कई बार कुछ खिलाड़ियों ने शानदार खेल दिखाया है उसके बावजूद भी उन्हें टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका नहीं दिया गया। आज हम तीन ऐसे भारतीय क्रिकेटर के बारे में बात करने जा रहे हैं जिनका करियर महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी चमका था, लेकिन अब उन्हें भारतीय टीम में जगह मिलना बहुत मुश्किल हो गया है।
1. कुलदीप यादव
जब भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे तो उस समय कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को एक साथ खेलने का मौका मिलता था। लेकिन जैसे ही धोनी ने क्रिकेट को अलविदा कहा उसके बाद इन दोनों गेंदबाजों को बहुत कम मैचों में एक साथ खेलते देखा गया है। चहल को कभी-कभी टीम में मौका मिल भी जाता है, लेकिन कुलदीप पिछले साफी समय से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं। इस वजह से अब धीरे-धीरे उनका करियर खत्म होने की तरफ बढ़ने लगा है।
2. केदार जाधव
केदार जाधव को महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में बहुत मौका दिया गया और उस दौरान उन्होंने बल्ले के अलावा गेंद के साथ भी कई बार अच्छी प्रदर्शन की। इस वजह से जाधव को क्रिकेट फैंस ऑलराउंडर समझने लगे थे। केदार जाधव टीम इंडिया के लिए 73 वनडे मैचों में 42.09 की औसत से 1389 रन बनाएं हैं और 27 विकेट भी चटकाया है, लेकिन अब उन्हें टीम इंडिया में जगह मिलना पूरी तरह से बांध हो गया है। ऐसे में धोनी को क्रिकेट छोड़ने के बाद जाधव का करियर पूरी तरह समाप्त होने की स्थिति में आ गया है।
3. मनीष पांडे
मनीष पांडे को अंतररष्ट्रीय क्रिकेट में तब मौका मिला जब महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के कप्तान थे। लेकिन उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया, जिस वजह से धीरे-धीरे उन्हें टीम इंडिया में जगह मिलना बंद हो गया। यही कारण है कि आज मनीष पांडे के बारे में कोई चर्चा भी नहीं करता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मनीष पांडे भारत के लिए 29 वनडे और 39 टी-20 मैच खेले हैं, लेकिन उस दौरान वो उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में असफल रहे। जिस वजह से टीम इंडिया से बाहर हो गए हैं।